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राष्ट्रीय राजमार्ग में अतिक्रमण हटाए जाने के विरोध में आज गुरुवार को भुजियाघाट डोलमार, दोगांव, आमपड़ाव, नलेना,भलयूटी, ज्योलीकोट, वीरभट्टी, बेलुवाखान आदि स्थानों में बाजार बंद रखे गए।दो गांव में आयोजित बैठक में व्यापारियों ने कहा कि सरकार की इस कार्यवाही से सैंकड़ों परिवार के सामने रोजी रोटी का संकट होगा और लोग दर दर ठोकरें खाने को मजबूर हो जाएंगे।
वक्ताओं ने कहा कि सरकार को मानवीय पक्ष को ध्यान में रखते हुए इस मुद्दे पर उचित कदम उठाना चाहिए। वक्ताओं ने कहा कि अगर सरकार गरीब जनता की नही सुनती है तो संघर्ष जारी रहेगा। बैठक के जोरदार नारेबाजी के साथ दोगांव से भुजियाघाट तक जुलूस निकाला गया।. हल्द्वानी-नैनीताल मार्ग के कारोबारियों ने पदयात्रा कर सरकार से राहत देने की मांग की। साथ ही राहत न देने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। कहा कि प्रशासन द्वारा लगातार कारोबारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। सरकार इन कारोबारियों के लिए कोई नई नीति लाए। विभिन्न क्षेत्रों के दुकानदारों द्वारा ब्लाक प्रमुख डॉ हरीश सिंह बिष्ट के साथ चिन्हित अस्थाई दुकानों/ व्यावसायिक प्रतिस्थानों को बचाने के सम्बन्ध में ग्रामीणों और दुकानदारों के साथ पदयात्रा कर लोगों को जागरूक किया। अपना रोजगार चला रहे दुकान कारोबारियों को राहत देने की माग की। भीमताल के ब्लॉक प्रमुख डाॅ हरीश बिष्ट ने कहा कि करीब 25 हजार से ज्यादा दुकान और आवासीय भवन अतिक्रमण हटाओ अभियान के चपेट में आ सकते हैं। इन दुकानों से अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे एक लाख लोगों पर इसका सीधा असर पड़ेगा इनका रोजगार छीन जायेगा कई लोगों ने इस रोज़गार के लिए बैंको से लोन लेकर रोजगार चला रहे हैं। इन लोगों का क्या होगा।. डॉ बिष्ट ने कहा कि व्यवसायों के पास बिजली, पानी कनेक्शन, फूड लाइसेंस है। यह सब किसी न किसी कानून के तहत ही व्यापार कर रहे होंगे। इन व्यापारियों से जिला पंचायत व नगर पंचायत टैक्स वसूलते हैं। जिससे सरकार की आय बढ़ती है।

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